श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने आज नई दिल्ली में रोजगार सृजन को बढ़ावा देने तथा नौकरी चाहने वाले युवाओं के लिए अवसरों का विस्तार करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, एक प्रमुख नौकरी पोर्टल फाउंडइट (पूर्व में मोंस्टर) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार और युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया की उपस्थिति में इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया और इसका उद्देश्य एनसीएस पोर्टल पर पंजीकृत नौकरी चाहने वाले लोगों के लिए अंतरराष्ट्रीय एवं घरेलू रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देना है।
केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने एनसीएस पोर्टल की परिवर्तनकारी भूमिका को उजागर किया, जो भारत और विदेशों में नौकरी चाहने वाले लोगों और रोजगार के अवसरों के बीच की खाई को समाप्त करता है। उन्होंने कहा कि एनसीएस पोर्टल एक महत्वपूर्ण प्रवेश द्वार बन गया है, जो लाखों नौकरी चाहने वाले लोगों को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नियोक्ताओं के साथ जोड़ता है। प्रतिदिन 3,000 से 4,000 नौकरी के विज्ञापनों के साथ, इस एमओयू के माध्यम से प्रति वर्ष एनसीएस में 1.25 लाख अंतरराष्ट्रीय रिक्तियां और 10 लाख से अधिक घरेलू रिक्तियां आने की उम्मीद है, जिससे भारतीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगा।”
उन्होंने एनसीएस पोर्टल की भूमिका को एक मजबूत रोजगार सृजन मंच के रूप में उद्धृत किया, जो विभिन्न उद्योगों में नौकरी चाहने वालों को जोड़ता है। उन्होंने कहा कि “40 लाख से अधिक नियोक्ताओं के पंजीकरण के साथ, पोर्टल ने अपनी स्थापना के बाद से 4.40 करोड़ से अधिक रिक्तियों के संचालन में मदद की है। यहां किसी भी समय, लगभग 10लाख नौकरी की रिक्तियां उपलब्ध हैं, जो युवाओं के लिए अवसरों की एक स्थिर प्रवाह सुनिश्चित करती है।”
इसके वैश्विक पहुंच पर बात करते हुए, डॉ. मांडविया ने एनसीएस पोर्टल के ई-माइग्रेट प्लेटफॉर्म के साथ एकीकरण पर प्रकाश डाला, जिसके अंतर्गत विदेश मंत्रालय के साथ पंजीकृत 500 से अधिक सक्रिय भर्ती एजेंसियों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि यह पहल भारतीय पेशेवरों के लिए विश्वसनीय, सत्यापित नियोक्ताओं के साथ विदेश में नौकरियां सुरक्षित करने के लिए दरवाजे खोल रही है।
डॉ. मांडविया ने एनसीएस पोर्टल को नौकरी चाहने वाले लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन बताते हुए युवाओं से इस प्लेटफॉर्म पर अपना पंजीकरण करने और उपलब्ध कई करियर अवसरों का पूरा लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने उल्लेख किया कि एनसीएस पोर्टल माय भारत, एसआईडीएट पोर्टल के साथ एकीकृत है जो युवाओं के बीच कौशल अंतर को पाटने में मदद करता है जिससे वे ज्यादा रोजगार प्राप्त करने के योग्य बन सकें।
श्रम मंत्रालय की सचिव, श्रीमती सुमिता डावरा ने कहा कि जर्मनी, फिनलैंड और मध्य पूर्व के देशों जैसे देश नीले-कॉलर और सफेद-कॉलर नौकरियों के लिए कुशल श्रमिकों की सक्रिय रूप से तलाश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस समझौता ज्ञापन से एनसीएस को इन रिक्तियों को सुविधाजनक बनाने और भारतीय नौकरी चाहने वालों के लिए करियर के अवसरों को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
फाउंडइट के सीईओ वी. सुरेश ने इस साझेदारी की सराहना करते हुए कहा कि यह मोदी सरकार के ‘सबका साथ, सबका विकास’ के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो समावेशी रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देती है। उन्होंने कहा कि “रोजगार आर्थिक विकास की कुंजी है, और बेहतर करियर संभावनाओं के लिए सरकार की प्रतिबद्धता एनसीएस पोर्टल की निरंतर सफलता में परिलक्षित होती है, जो भारत और विदेशों में नौकरी चाहने वाले लाखों लोगों को अवसरों से जोड़ता है।”
श्रम एवं रोजगार मंत्रालय और फाउंडइट के बीच समझौता ज्ञापन के लाभ:
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