अमेरिका ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में भूमिका के लिए चीन की तीन कंपनी और एक नागरिक तथा पाकिस्तान की एक कंपनी के खिलाफ प्रतिबंधों की घोषणा की है।
अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने आज घोषणा की कि प्रतिबंधों का लक्ष्य बीजिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑटोमेशन फॉर मशीन बिल्डिंग इंडस्ट्री है जिसने पाकिस्तान के राष्ट्रीय विकास परिसर को शाहीन-3 और अबाबील मिसाइलों में इस्तेमाल होने वाले बड़े रॉकेट मोटार्स सहित परीक्षण के लिए उपकरण हासिल करने में मदद की। यह प्रतिबंध 2005 के कार्यकारी आदेश पर आधारित हैं जो सामूहिक विनाश के हथियारों के प्रसार को रोकने के लिए बनाया गया था।
चीनी कंपनियों हुबेई हुआचांगडा इंटेलिजेंट इक्विपमेंट, यूनिवर्सल एंटरप्राइज लिमिटेड और शीआन लॉन्गडे टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड को भी पाकिस्तान के इनोवेटिव इक्विपमेंट में उपकरण और प्रौद्योगिकी स्थानांतरित करने के लिए प्रतिबंधित किया गया है। चूंकि पाकिस्तान मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) का हिस्सा नहीं है इसलिए इन कदमों को मिसाइल प्रौद्योगिकी प्रसार पर अंकुश लगाने के अंतरराष्ट्रीय नियमों के उल्लंघन के रूप में देखा जाता है।
एमटीसीआर भारत सहित 35 सदस्यों का एक अंतरराष्ट्रीय समूह है जो परमाणु हथियारों की वितरण प्रणाली को सीमित करके उनके प्रसार को रोकने के लिए काम करता है।
भारत और इंग्लैंड के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच आज बर्मिंघम के…
उत्तराखंड के अधिकतर भागों में आज मौसम साफ हो गया है। इससे प्रदेश में हाल…
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून पूरी तरह से सक्रिय है। हाल की मूसलाधार बारिश, भूस्खलन और…
अमरीकी संसद के उच्च सदन-सीनेट ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के महत्वाकांक्षी बजट प्रस्ताव को पारित…
धार्मिक उदघोष के बीच जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज तड़के जम्मू के भगवती…
विदेश मंत्री डॉ. सुब्रमण्यम जयशंकर ने कल रात वाशिंगटन में अमरीकी रक्षा मंत्रालय मुख्यालय- पेंटागन…