उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में वनों की आग की स्थिति के मद्देनजर रुद्रप्रयाग जिले में पिरुल लाओ-पैसे पाओ मिशन की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने रूद्रप्रयाग जिले में पिरूल यानी चीड़ के पेड़ की पत्तियों की सफाई में भाग लिया और लोगों को जंगल की आग को रोकने के लिए इस अभियान में भाग लेने के निर्देश दिये। प्रदेश के पहाडी इलाकों में पाए जाने वाले वृक्ष चीड की पत्तियों को ही पिरूल कहा जाता है। अगर इसकी पत्तियों को समय से इक्ट्ठा नहीं किया जाता तो ये जंगल में आग फैलाने का काम करती हैं।
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में मूसलाधार बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ की स्थिति और…
भारत ने कहा है पाकिस्तान पर आतंकवाद का महिमामंडन करता है और भारत-पाकिस्तान संघर्ष के…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के झारसुगुड़ा में साठ हज़ार करोड़ रुपये से अधिक की…
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि बहुपक्षवाद के दबाव के समय में ब्रिक्स…
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि अंडमान बेसिन में…
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में धान की पराली…